बिजनौर के गांव शिवाला कला में रोजा इफ्तारी से अजान होने तक मंदिर के लाउडस्पीकर बजाने और मदरसे की दूसरी मंजिल पर मस्जिदनुमा मीनार का निर्माण कराने को लेकर दो संप्रदाय के लोग आमने सामने आ गए है।
दोनों पक्षों के महिला, पुरुषों ने थाना शिवाला कलां का कई घंटे तक घेराव किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों में समझौता करा विवाद समाप्त कराया।
शिवाला कलां में 29 जून को सीओ चांदपुर के नेतृत्व में हुई शांति सभा की बैठक में पूर्व प्रधान शराफत हुसैन और डॉ. असलम ने रोजा इफ्तारी से आजान होने तक मंदिर से तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर को बंद कराने की मांग की थी। इस बात पर दोनों संप्रदायों में माहौल गरमा गया था।
उधर, मंदिर समिति ने मदरसे के ऊपर मस्जिदनुमा मीनार के निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए एसडीएम चांदपुर से मांग की थी। इन्हीं मामलों को लेकर बृहस्पतिवार को दोनों पक्षों के बड़ी संख्या में महिला और पुरुषों ने थाने का घेराव किया। टकराव के हालात बन गए।
इसकी सूचना पर एसडीएम राकेश कुमार यादव, सीओ महेश सिंह अत्री, सीओ सिटी बिजनौर शैलेंद्र लाल पुलिस बल के साथ थाने पहुंचे। दोनों पक्षों से बिना प्रशासन की अनुमति के कोई नया निर्माण नहीं करने और रोजा इफ्तारी से अजान होने तक कम करने को कहा। इस पर दोनों पक्ष राजी हो गए।
एक पक्ष की ओर से अजीत सिंह, महेश कुमार, प्रवीण सिंह, सुरेंद्र सिंह, विजय सिंह और दूसरे पक्ष से शराफत हुसैन, इरफान अहमद, इस्तियाक अहमद, शमीम अंसारी आदि मौजूद रहे। दोनों पक्षों की सहमति होने पर विवाद शांत हो गया।