
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक वित्तीय रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में बैंकों में धोखाधड़ी का आँकड़ा ₹1.13 लाख करोड़ तक जा पहुँचा, जो अब तक का उच्चतम रिकॉर्ड बन गया है। इस दौरान ₹1 लाख से अधिक की धोखाधड़ी के 4412 मामले और ₹50 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के 398 मामले सामने आए हैं। वहीं, पिछले साल के वित्त वर्ष में ₹71.543 करोड़ की धोखाधड़ी के 6801 मामले हुए थे।