
बिजनौर के कलक्ट्रेट गेट पर धरना देकर डीएम व अन्य अधिकारियों को रोकने की कोशिश कर रहे विकलांगों को एसपी ने थप्पड़ मारकर खदेड़ दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने भी विकलांगों से हाथापाई की। सबसे शर्मनाक यह था कि घटना के समय डीएम विनोद पंवार सहित जिले के तमाम अधिकारियों ने गाड़ियों से उतरकर विकलांगों की परेशानी को सुनना भी गवारा नहीं किया। विकलांगों ने डीएम व एसपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न होने तक कलक्ट्रेट गेट पर भूख हड़ताल जारी रखने का ऐलान करते हुए भूख हड़ताल शुरू कर दी है। फिर विकलांगों ने किसी वाहन को न तो अंदर ने हीं बहार जाने दिया। एलआईयू वालों ने भी विकलांगों को वहां से उठकर कहीं और बैठने को कहा, पर वे नहीं माने। विकलांग डीएम से मिलने की जिद पर अड़े रहे। विकलांगों को गेट के सामने बैठा देख एसपी गाड़ी से उतरे और धरने पर बैठे जिलाध्यक्ष रामजोशी व शहजाद को थप्पड़ जड़ दिए। साथ ही अन्य विकलांगों को भी गिरेबान पकड़कर खदेड़ने लगे। जिलाध्यक्ष रामजोशी ने कहा जिस जगह उनसे मारपीट हुई है, उसी जगह या तो वे भूख हड़ताल कर मरेंगे या फिर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे। उन्होंने प्रदेश भर के विकलांगों को भूख हड़ताल में शामिल करने को बिजनौर बुलाने की बात कही। इस दौरान एसडीएम सहदेव मिश्रा, सीओ रामानंद कुशवाहा व शहर कोतवाल अजय गौतम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर डटे रहे।