क्या क्या होगा याकूब मेमन के साथ 30 जुलाई को

yakubसुप्रीम कोर्ट द्वारा मंगलवार को 1993 के मुंबई ब्लास्ट मामले में फांसी की सजा पाने वाले याकूब मेमन की क्यूरेटिव पिटिशन भी खारिज कर दिए जाने के बाद याकूब को अब फांसी की सजा होना तय माना जा रहा है। उसे 30 जुलाई को नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दी जाएगी। याकूब की सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन और राष्ट्रपति के पास दी गई दया याचिका पहले ही खारिज हो चुकी थी। उसके पास यह आखिरी कानूनी विकल्प था, वह भी काम नहीं आया।
सुबह 3:45 बजे: याकूब को जगाया जाएगा। नहाने के बाद उसे पहनने के लिए नए कपड़े दिए जाएंगे।
सुबह 4:15 बजे: उससे कहा जाएगा कि वह जिस धर्म को मानने वाला है, उसके अनुसार प्रार्थना कर ले। सुबह 4:45 बजे: डॉक्टरों की टीम उसका मेडिकल चेकअप करेगी।
सुबह 5:00 बजे: उसे उसकी पसंद का नाश्ता कराया जाएगा।सुबह 6:00 बजे: उसे उसकी पसंद की कोई धार्मिक किताब पढ़ने के लिए दी जाएगी। सुबह 6:30 बजे: उसे आराम करने के लिए कहा जाएगा। सुबह 7:00 बजे: जेल अधिकारी उसे फांसी वाली जगह ले जाएंगे और फांसी के फंदे के सामने खड़ा करके उसे फांसी देने की वजह बताई जाएगी। सुबह 7:30 बजे: उसका चेहरा काले कपड़े से ढक दिया जाएगा और हाथ पीछे की तरफ बांध दिए जाएंगे। उससे उसके गुनाहों की माफी मांगने के लिए भी कहा जाएगा सुबह 7:40 बजे: उसके गले में फंदा डाला जाएगा। फिर समय देखकर मैजिस्ट्रेट जल्लाद हो फांसी देने का इशारा करेंगे। जल्लाद रस्सी खींचेगा। कुछ मिनट तक याकूब का शरीर फंदे पर झूलता रहेगा और फिर उसे उतारा जाएगा। इसके बाद डॉक्टरों की टीम इस बात की पुष्टि करेगी की याकूब की मौत हो चुकी है। सुबह 8:15 बजे: याकूब की फांसी की सूचना गृह मंत्रालय को दी जाएगी और कानूनी कार्रवाई के बाद उसके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी।