
देश के नामी-गिरामी पहलवान (Wrestler) एक बार फिर राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) में धरने पर बैठे हैं। ये पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) की प्रमुख और अन्य कर्मचारियों पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस साल की शुरुआत में पहलवानों ने इसके खिलाफ बड़ा विरोध-प्रदर्शन किया था, लेकिन सरकार के आश्वासन के बाद अपना विरोध वापस ले लिया था।
शीर्ष भारतीय पहलवानों ने इस साल की शुरुआत में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और अन्य कोचों के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। ये सभी पहलवान पुलिस में अपनी ताजा शिकायत लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर वापस आ गए हैं। सात महिला पहलवानों ने कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के बीच दिल्ली पुलिस ने उनकी शिकायत की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच कमेटी से रिपोर्ट मांगी है।
पहलवान साक्षी मलिक, जिन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जानी बाकी है, उन्होंने कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि इस मुद्दे पर एक सरकारी पैनल की रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वह रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए जिसमें महिला पहलवानों के बयान दर्ज किए गए हैं। यह एक संवेदनशील मुद्दा है, शिकायतकर्ताओं में से एक नाबालिग लड़की है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं के नाम लीक नहीं होने चाहिए।