
राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) में दो बार असफल होने के बाद चेन्नई में एक 19 वर्षीय मेडिकल छात्र की आत्महत्या ने कर ली। इस पहाड़ जैसे दुख को उसके पिता बर्दाश्त नहीं कर सके और दो दिन बाद उसने भी आत्महत्या का रास्ता अपना लिया।
बता दें कि पीड़ित छात्र जगदीश्वरन 12 अगस्त को शहर के क्रोमपेट इलाके में अपने कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया था। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि छात्र पिछले दो प्रयासों में नीट (NEET) के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आवश्यक अंक हासिल नहीं कर पाने के बाद बेहद उदास था।
पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हालांकि, उसके पिता सेल्वासेकर ने सोमवार को फांसी लगाने से पहले अपने बेटे की मौत के लिए NEET प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। अपनी मृत्यु से पहले, सेल्वासेकर ने कहा कि वह तमिलनाडु में NEET को हटाने के लिए विरोध करने के लिए तैयार थे। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और छात्रों से इतना कठोर निर्णय न लेने का आग्रह किया।