
साल का पहला चंद्रग्रहण (Lunar eclipse) कल वैशाख पूर्णिमा को लगने जा रहा है। खास बात यह है कि चंद्रग्रहण संपूर्ण भारत में नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि ग्रहण का आरंभ जब होगा उस समय देश में दिन निकला होगा। ऐसे में कुछ क्षेत्रों में ग्रस्तोदय के रूप में इस ग्रहण को देखा जा सकता है। इसके सूतक का विचार भी संपूर्ण देश में नहीं होगा। जिन स्थानों पर ग्रहण दिखेगा, वहीं पर सूतक का विचार रहेगा।
उन्होंने बताया कि इंफाल में 25 मिनट और कोलकाता (Kolkata) में मात्र छह मिनट यह ग्रहण होगा। उपर्युक्त स्थानों के अलावा समस्त भारत पश्चिमोत्तर-दक्षिण एवं बिहार राज्य के किसी भी स्थान पर सायंकाल चंद्रोदय 6.21 बजे के बाद ही होगा। इंडियन काउंसिल ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल साइंस के सचिव आचार्य कौशल वत्स ने बताया कि मेरठ ग्रहण के प्रभाव से मुक्त रहेगा। शास्त्रों के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण आरंभ समय से नौ घंटे पहले से ही आरंभ हो जाता है। अत: इसका सूतक प्रात: 06:15 से ग्रसित क्षेत्रों में ही मान्य होगा अन्यत्र कहीं विचार नहीं किया जाएगा