आज भगवान विश्वकर्मा की पूजा

दिवाली के ठीक एक दिन बाद भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। हालांकि इस साल सूर्य ग्रहण के कारण यह पूजा 26 अक्टूबर यानी बुधवार को की जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन प्राचीन काल में कहे जाने वाले इंजीनियर भगवान विश्वकर्मा की दुकान, कार्यालय, फैक्ट्री, उद्योग आदि में विधिपूर्वक पूजा की जाती है। मान्यता है कि विश्वकर्मा की कृपा से लोगों को व्यापार में उन्नति मिलती है और नौकरी, परिवार की उन्नति होती है।

भगवान विश्वकर्मा की पूजा

ॐ आधार शक्तपे नम:, ओम कूमयि नम:, ओम अनन्तम नम:, पृथिव्यै नम:

प्रात: स्नान आदि से निवृत होकर साफ कपड़े पहनने चाहिए।

इसके उपरांत रुद्राक्ष की माला से नीचे दिए गए मंत्र का जाप एक माला यानि 108 बार करें।

इस बात का ध्यान रखें मंत्र का उच्चारण सही करें अन्यथा आपको इस मंत्र जाप का लाभ नहीं मिलेगा।