
आज चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का दूसरा दिन है। चैत्र शुक्ल द्वितीया तिथि को माँ दुर्गा (Maa Durga) के दूसरे स्वरूप माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। सफेद वस्त्र धारण करने वाली माँ ब्रह्मचारिणी के एक हाथ में जपमाला और दूसरे हाथ में कमंडल है। वे बहुत ही शांत और सरल स्वाभाव की माता हैं। माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करने वाले अपने मार्ग पर दृढ़ रहते हैं। वे अपने लक्ष्य से भटकते नहीं हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव (Lord Shiva) को पति के रूप में पाने के लिए हजारों वर्षों तक घोर तस्पया की थी, उस दौरान उनके स्वरूप को ब्रह्मचारिणी के नाम से जाना जाता है।