
आज नवरात्रि (Navratri) का चौथा दिन हैं। आज के दिन देवी कूष्मांडा की पूजा (Devi Kushmanda Puja) की जाती है। देवी कूष्मांडा की पूजा का विशेष महत्व होता है क्योंकि ब्रह्मांड को उत्पन्न करने वाली कूष्मांडा देवी अनाहत च्रक को नियंत्रित करती हैं। इनकी आठ भुजाएँ है और इसलिए इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार जब सृष्टि का अस्तित्व भी था तब इन्हीं देवी अपनी मंद मुस्कान से ब्रह्मांड की उत्पत्ति की थी और इनका एक नाम आदिशक्ति भी है।
देवी कूष्मांडा का तेज और प्रकाश दसों दिशाओं को प्रकाशित करता है। इनकी आठ भुजाओं में कमंडल, धनुष, बाण, कमल, अमृतपूर्ण कलश, चक्र, गदा और जप माला हैं। इनकी पूजा-अर्चना करने से भक्तों को सभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं। लोग नीरोगी होते हैं और आयु व यश में बढ़ोत्तरी होती है।