आज हरियाली तीज है (Hariyali Teej)। इसे श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन मनाया जाता है, इसलिए इसे श्रावणी तीज (Shraawani Teej) भी कहते हैं। पूरे देश में इस पर्व को श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। शिव पुराण के अनुसार हरियाली तीज पर ही भगवान शिव और माता पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था और 108 जन्म लेने के बाद उन्हें भगवान शिव पति के रूप में प्राप्त हुए थे। भगवान शिव और माता पार्वती ने इसी दिन सुहागन स्त्रियों को सौभाग्यवती होने का वरदान दिया था। तभी से इस दिन को हर साल हरियाली तीज के नाम से मनाया जाता है। सुहागिन महिलाओं के लिए इस दिन का बहुत ही विशेष महत्व होता है। वे सोलह श्रृंगार कर अपने पति की दीर्घायु और सदा सुहागन रहने के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं पूरी श्रद्धा से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं।