
आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि है (Death Anniversary of Pandit Deendayal Upadhyaya)। इस अवसर पर दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में पं. दीनदयाल उपाध्याय की याद में ‘समर्पण दिवस’ (Samarpan Diwas) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर वहां मौजूद सांसदों को संबोधित किया।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘सब लोग पंडित दीनदयाल जी को बखूबी जानते हैं। हम सबने उनके बारे में पढ़ा है और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाया भी है। आप सब उनके विचारों और उनके समर्पण से भलीभांति परिचित हैं। यह मेरा अनुभव है और आपने भी इसे महसूस किया होगा कि जब हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बारे में सोचते हैं, बोलते हैं, सुनते हैं, तब हर बार हमें उनके विचारों में एक नयापन सा अनुभव होता है।’
पं. दीनदयाल उपाध्याय के बारे में पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने लिखा था कि ‘एक सबल राष्ट्र ही विश्व को योगदान दे सकता है।’ हमने उनकी इसी बात को अपना संकल्प बनाया जो आज आत्मनिर्भर भारत की मूल अवधारणा है। इसी बात को मानकर आज देश आत्मनिर्भरता के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।