
स्वरुप संपत (Swaroop Sampat) अपने समय की बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस रही हैं। उनका जन्म 3 नवंबर 1958 को हुआ था। उनके पिता एक थियेटर आर्टिस्ट थे और मां एक डॉक्टर थीं। उन्हें बचपन से ही फिल्मों का शौक था। यही वजह थी कि इनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था। बेहद खूबसूरत स्वरूप साल 1979 में मिस इंडिया (Miss India) बनीं और उसी साल उन्होंने मिस यूनिवर्स ब्यूटी पेजेंट (Miss universe beauty pageant) में इंडिया को रिप्रेजेंट भी किया था।
मशहूर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर यश चोपड़ा (Director yash chopra) ने 1981 में ‘नाखुदा’ (Nakhuda) फिल्म से स्वरुप को फिल्मों में ब्रेक दिया था और फिल्म में इनके हीरो राजकिरण थे। इस फिल्म से डेब्यू करने के बाद स्वरुप को मशहूर प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, राइटर ऋषिकेश मुखर्जी (Writer rishikesh mukharji) ने उन्हें अपनी अगली फिल्म ‘नरम गरम’ (Naram Garam) में लीड हीरोइन कास्ट किया था। फिल्म जबरदस्त हिट हुई थी इसके बाद स्वरुप ने कई बड़ी-बड़ी फिल्में साइन की। फिल्मों के अलावा स्वरुप छोटे पर्दे पर भी दिखीं कई बार दिखी। वह टीवी शो ‘ये जो है जिंदगी’ में दिखी थीं। इसके बाद वह ये दुनिया गजब की और शांति जैसे टीवी शो भी दिखीं थी।
परेश रावल और स्वरुप की मुलाकात पहली बार थियेटर में ही हुई थी। परेश रावल (Paresh Rawal) फिल्मों में अधिकतर विलेन के रोल में नजर आते हैं। लेकिन असल जिंदगी में काफी रोमांटिक हैं और उनकी लव स्टोरी किसी फिल्म की कहानी से कम दिलचस्प नहीं है। परेश रावल पहली बार देखते ही स्वरूप संपत (Swaroop Sampat) को दिल दे बैठे और डिसाइड कर लिया था कि उन्हीं से ही शादी करेंगे। हालांकि स्वरूप संपत को प्रपोज करने के बाद एक साल तक उन्होंने उनसे बात नहीं की थी। एक इंटरव्यू में उस घटना को याद करते हुए स्वरूप ने परेश रावल को ‘गूंगा’ कहा था। परेश और स्वरूप ने मिलने के 12 साल बाद 1987 में शादी की और दोनों के दो बच्चे है, – आदित्य और अनिरुद्ध।
2021 में बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में परेश ने स्वरूप के बारे में बात की थी और कहा था, मैंने कहा था यह लड़की मेरी पत्नी बनेगी। मेरे दोस्त महेंद्र जोशी मेरे साथ थे। उन्होंने मुझसे कहा, ‘ तुझे पता है तू जिस कंपनी में काम कर रहा है, यह उस कंपनी के बॉस की बेटी है। तो मैंने बोला, ‘किसी की भी बेटी हो, बहन हो, मां हो, मैं इसके साथ शादी करुंगा।