
ओडिशा (Odisha) के बालासोर जिले (Balasore District) में शुक्रवार को एक बड़ा ट्रेन हादसा (Train Accident) हो गया। एक स्टेशन के पास तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं। घटना कल शाम करीब 7 बजे की है। इस दर्दनाक हादसे में 285 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है जबकि 900 से अधिक लोग घायल हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। हादसे के बाद बचाव दल ने मौके पर पहुँचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। वहीं, ओडिशा के बालासोर जिले के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है और वह लगातार स्थिति की जानकारी भी ले रहे हैं।
आपको बता दें कि कोरोमंडल एक्सप्रेस और एसएमवीटी-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस के 17 डिब्बे शुक्रवार शाम पटरी से उतर गए। यह हादसा पिछले 15 सालों में देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक है। मुख्य सचिव ने कहा कि 30 बसों के साथ 200 से अधिक एंबुलेंस को सेवा में लगाया गया है। रेलवे ने ए.एम.चौधरी, सीआरएस/एसई सर्कल द्वारा घटना की जांच की घोषणा की है।
एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ, ओडिशा फायर सर्विस के साथ-साथ कई स्वयंसेवी संस्थाएँ पूरी रात क्षतिग्रस्त कोचों के ढेर में फंसे लोगों और शवों की तलाश में लगी रहीं। दिल्ली में रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हताहतों की सही संख्या पूरे मलबे की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वहीं, हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, हादसे में जान गँवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपए, मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपए दी जाएगी।”