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देश के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर शुक्रवार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सलामी लेने के साथ को कर्तव्य पथ पर परेड की शुरूआत हुई। परेड की कमान दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार कर रहे हैं। मेजर जनरल सुमित मेहता, चीफ ऑफ स्टाफ, मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र परेड के दूसरे-कमांड हैं। परमवीर चक्र और अशोक चक्र समेत सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के विजेता परेड कमांडर के पीछे चल रहे हैं।
मार्चिंग दस्तों के बाद कर्तव्य पथ से विभिन्न राज्यों की झांकियां निकली। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश की झांकी निकली जो विकसित भारत पर केंद्रित है। इसके बाद हरियाणा और फिर मणिपुर की झांकी ‘थंबल गी लांग्ला- लोटस थ्रैड्स’ निकली। मणिपुर के बाद आत्मनिर्भरता पर आधारित मध्य प्रदेश की झांकी सामने आई। इसके बाद ओडिशा, छत्तीगढ़ और राजस्थान की झांकियां निकली। आज परेड के दौरान कुल 25 झांकियां चलेंगी, जिनमें 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों, नौ मंत्रालयों और विभागों की झांकियां शामिल होंगी।
उत्तर प्रदेश की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। यह झांकी भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या पर केंद्रित थी। झांकी के चारों ओर की झालरे दीपोत्सव को दर्शाती हैं, जो भगवान राम के अयोध्या आगमन के उपल्क्ष्य में राज्य सरका द्वारा शुरू किया गया रोशनी का त्यौहार है।
हरियाणा की झांकी में करनाल जिले की बेटियां ऊषा, छवि, कशिश, चाहत, मीनाक्षी, अनुष्का व स्वाति भाग ले रही हैं, जिनकी एक झलक दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दिखाई देगी, जो कि करनाल के लिए गर्व की बात है। विदित हो कि कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन के लिए हरियाणा की झांकी को लगातार तीसरी बार स्थान मिला है, क्योंकि आज हरियाणा ऑनलाइन सेवाओं में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। मेरा परिवार-मेरी पहचान कार्यक्रम की शुरुआत आम जन को घर द्वार पर सरकारी सुविधाएं व सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर की गई है।
राजस्थान की झांकी राज्य की संस्कृति के साथ-साथ महिला हस्तशिल्प उद्योगों को शानदार अंदाज से दिखा रही थी. प्रदेश की झांकी में भक्ति, शक्ति और संस्कृति के रंगों का बेहद खूबसूरत संगम दिखाई दिया. भक्ति की प्रतीक मीरा बाई की वीणा पकड़े खूबसूरत मूर्ति ने सबका मन मोह लिया तो राजस्थान की पहचान घूमर नृत्य की मूर्ति शिल्प और झांकी में नृत्य करती नृतिकाओं को हर किसी ने खूब सराहा। घूमर राजस्थान का सुप्रसिद्ध पारंपरिक महिला नृत्य है जो विभिन्न उत्सवों में किया जाता है।
झांकियों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों से आए लोक नृतकों के लोक नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया।
राष्ट्रगान के साथ कर्तव्य पथ पर आयोजित मुख्य समारोह का समापन हो गया है। इससे पहले फ्लाई पास्ट की अंतिम फॉर्मेशन राफेल विमान के साथ विजय फॉर्मेशन के शो स्टॉपर करतब के साथ संपन्न हुआ। इसके बाद सशस्त्र सेनाओं के सुप्रीम कमांडर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति भवन ले जाने के लिए अंगरक्षक पहुंच गए।