
भाजपा मुख्यालय में भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारों से बात करते हुए गीता प्रेस गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने पर कांग्रेस द्वारा लगातार की जा रही आलोचना की निंदा करते हुए कहा कि यहां मसला गीता प्रेस का नहीं बल्कि गीता का है और भारतीय संस्कृति एवं हिंदुत्व का विरोध करना कांग्रेस की खानदानी आदत रही है जो जवाहर लाल नेहरू के समय से चली आ रही है. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिकी पूर्व यात्रा में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक़ ओबामा को जब गीता भेंट की थी, तब भी भी इसका विरोध किया गया था. सुधांशु त्रिवेदी ने ये दावा भी किया कि स्वयं महात्मा गांधी ने गीता प्रेस को पत्र लिखकर तारीफ़ की थी. उन्होंने यह भी बताया कि गीता प्रेस महात्मा गांधी के कहे अनुसार आज भी विज्ञापन नहीं लेता है. सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के विरोध पर कटाक्ष करते हुए ये भी कहा कि कांग्रेस ये बताए कि खुद वह आज गांधी के कितने विचारों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा गांधी प्रेस की आलोचना करना ही इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस हिंदुत्व, भारतीय संस्कृति और महात्मा गांधी के आदर्शों की विरोधी है. जब तुषार गांधी द्वारा किए गए विरोध के बारे में पूछे गए सवाल के बारे में उनसे पूछा गया तो उसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हम महात्मा गांधी के पत्र को सही मानें या उनके परिवार के सदस्य के बयान को. सुधांशु त्रिवेदी ने एक बार फिर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुस्लिम लीग सेक्युलर है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ साम्प्रदायिक है, कांग्रेस का ये कोई आज का एजेंडा नहीं है बल्कि ये उनका खानदानी एजेंडा है जो जवाहर लाल नेहरू के समय से ही चला आ रहा है.