किसी तरह का लेबल मेरे लिए कभी मायने नहीं रखता: अनिल कपूर

अनिल कपूर (Anil Kapoor) का कहना है कि वैसे तो मैं हमेशा अपने जीवन में आगे की ओर ही देखता हूं, अतीत में नहीं, लेकिन कुछ उपलब्धियां ऐसी होती हैं जो आपके लिए मील का पत्थर बन जाती हैं और उन्हें आपको कभी भूलना नहीं चाहिए। दरअसल बीते दिन बुधवार को अनिल कपूर की फिल्म ‘वो सात दिन’ ने  37 साल पूरे किए हैं। इस फिल्म की तस्वीर साझा करते हुए अनिल कपूर ने एक पोस्ट लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि इन 37 सालों में कभी अच्छा, कभी बुरा और कभी महान लगा। कभी-कभी ऐसा हुआ की मौके पर जो चीजें अच्छी नहीं लगीं, उनकी अहमियत बाद में समझ आई। एक एक्टर के तौर पर शुरुआत की, और फिर सुपरस्टार बना, फिर फ्लॉप स्टार और फिर उठ कर खड़ा हुआ, अंतर्राष्ट्रीय स्टार बना और फिर सपोर्टिंग स्टार, एवरग्रीन स्टार, फिर यह लिस्ट  इसी तरह बढ़ती चली गई। किसी तरह का लेबल मेरे लिए मायने नहीं रखता है और ना ही मैंने कभी उसे गंभीरता से लिया। अनिल कपूर का कहना है कि मैं हमेशा से ही अपनी क्षमता और प्रतिभा से वाकिफ था और मैं सिर्फ काम करना चाहता था। काम करने की भूख अब भी मेरे अंदर बाकी है और 37 साल बाद भी मैं वैसा ही हूं। ईश्वर की कृपा रही तो आगे भी ऐसा ही रहूंगा। प्रशंसक, फिल्ममेकर्स, गायक, सह-कलाकार, क्रू मेंबर जिनके साथ भी मैंने काम किया है, उनका शुक्रिया अदा करता हूं।