फोटो में मनोज कुमार के साथ दिख हसीना एक समय में थी टॉप एक्ट्रेस, इनकी दास्तां कंपा देगी रूह

मनोज कुमार इस फोटो में एक खूबसूरत एक्ट्रेस का हाथ पकड़े हुए हैं। यह लड़की अपने समय की टॉप एक्ट्रेस थी। इनका नाम सईदा खान है। सईदा अपने समय में कई फिल्मों नजर आई थीं। आपको बता दें कि उन्होंने लव मैरिज की थी और पति के हाथों बेरहमी से मारी गईं। सईदा खान का जन्म कलकत्ता में एक मुस्लिम परिवार मे तारीख 1939 में हुआ था। सईदा खान को बचपन से ही फिल्मों में काम करने का शौक था। फिल्म निर्माता निर्देशक एच.एस. रवैल से उनकी मुलाकात हो गई और उन्होंने सईदा खान को फिल्मों में काम दिया।

सईदा खान फिल्मों में काम करने के लिए अपनी अम्मी के साथ कलकता से बंबई जा पहुंची। सईदा खान ने 1960 में हिंदी फिल्म हनीमून (सुनहरी रातें) से डेब्यू किया था। फिल्म में उनके हिरो मनोज कुमार थे, फिल्म के अन्य कलाकार विजया और राधाकिशन थे। फिल्म के निर्देशक लेख राज भाखरी और संगीत कार सलील चौधरी थे। फिल्म खास चली नहीं।

सन 1960 मे ही सईदा खान की एक ओर फिल्म आई, अपना हाथ जगन्नाथ। इस फिल्म में सईदा खान के हीरो किशोर कुमार थे। फिल्म के निर्देशक मोहन सहगल और संगीत कार सचिन देव बर्मन थे।

1961 में निर्देशक एच. एस. रवैल की फिल्म कांच की गुडिया आई। इस फिल्म में सईदा खान के हीरो मनोज कुमार थे। यह फिल्म सफल रही और सईदा खान टॉप एक्ट्रेसेस की लिस्ट में शामिल हो गईं। उन्होंने 1971 में फिल्म निर्माता निर्देशक बृज मोहन सदाना से शादी की थी। बृज मोहन सदाना ने यह रात फिर ना आएगी, चोरी मेरा काम, विक्टोरिया नंबर 203 जैसी सफल फिल्में बनाई है। सईदा और बृज के दो बच्चे कमल और नम्रता हुईं।

हालांकि बाद में दोनों का रिश्ता खराब होता गया और 1990 में बेटे कमल के जन्मदिन के दिन जब पार्टी चल रही थी, बृज मोहन सदाना शराब पीकर आए और सईदा से झगड़ने लगे। गुस्से में उन्होंने सईदा खान को गोली मार दी। बेटी नम्रता अपनी मां को बचाने के लिए बीच में आई तो बृज मोहन ने उसे भी गोली मार दी। गोलियों की आवाज सुन कर कमल आया तब बृज ने उस पर भी गोली चला।. लेकिन कमल बच गया। बृज खुद भी आत्महत्या कर ली। कमल के जन्मदिन पर मां, बाप और बहन तीनों की जान चली गई और एक पूरा परिवार खत्म हो गया।