भारतीय रेल के निजीकरण और निगमीकरण का विरोध

भारतीय रेल (Indian Railway) धीरे-धीरे निजीकरण और निगमीकरण (Privatization and Corporatization) की तरफ बढ़ती जा रही है। अब रेलवे के विभिन्न कर्मचारी संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं (Protest of Labour Organisations)। उनका कहना है कि मोदी सरकार रेलवे को बेचने में लगी हुई है। हम इसका मरते दम तक विरोध करेंगे। इस सिलसिले में रेलवे कर्मचारियों ने राष्‍ट्रव्‍यापी आंदोलन शुरू कर दिया है। सभी रेलवे कर्मचारी संगठन निजीकरण के विरोध में एक हो गए हैं। भारतीय रेलवे मजदूर संघ के आह्वान पर शुरू हुआ आंदोलन 19 सितम्‍बर तक चलेगा। नार्थ ईस्टर्न रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) और पूर्वोत्‍तर रेलवे श्रमिक संघ (पीआएसएस) ने आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया है।