
कोरोना काल (Corona era) के बीच कोरोना योद्धाओं (Corona warriors), यानी पुलिसकर्मियों के लिए एक बहुत बुरी खबर है। कल देर रात उत्तर-पदेश के कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम (Police team) पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। इस गोलीबारी में डीएसपी देवेंद्र मिश्रा और थाना प्रभारी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। पुलिस की यह टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए गई थी। उसके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं। अचानक हुई इतनी बड़ी घटना से यूपी पुलिस हिल गई है। एसटीएफ ने मौके पर मोर्चा संभाला हुआ है। फरेंसिक टीम भी यहां छानबीन में जुट गई है। खबर है कि पुलिस ने विकास दुबे के दो गुर्गों को एनकाउंटर में मार गिराया है।
पुलिस की टीम जब इस हिस्ट्री शीटर के यहां दबिश देने पहुंची तो दुबे के गैंग के लोग घात लगाकर पुलिस का इंतजार कर रहे थे। इससे पहले पुलिस अपनी कार्रवाई को अंजाम देती, अपराधियों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। गैंग के सदस्यों ने पुलिस को चारों ओर से घेर लिया था। पुलिस को ऐसे हमले की उम्मीद नहीं थी। बताया जा रहा है कि विकास दुबे यहां से फरार हो गया है। पुलिस ने राज्य के सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं।