
पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी (Foreign Minister Bilawal Bhutto Zardari) गोवा (Goa) पहुंच गए हैं। वह शंघाई कोर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं गोवा जा रहा हूँ। एससीओ में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करूंगा। इस बैठक में शामिल होने का मेरा फैसला एससीओ के चार्टर के प्रति पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मैं मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ कंस्ट्रक्टिव विचार-विमर्श की उम्मीद कर रहा हूँ।’
हालांकि, पाकिस्तानी विदेश मंत्री का भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एससीओ बैठक के इतर मीटिंग होने की गुंजाइश ना के बराबर है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया है कि जयशंकर और भुट्टो के बीच द्विपक्षीय बातचीत की कोई उम्मीद नहीं है। दरअसल, भारत पहले ही साफ कर चुका है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता, उसके साथ कोई द्विपक्षीय बातचीत नहीं होगी। भारत का कहना है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती है।
आपको बता दें कि आखिरी बार 2011 में पाकिस्तान के किसी विदेश मंत्री ने भारत का दौरा किया था। उसके बाद यह पहला मौका है, जब कोई पाकिस्तानी विदेश मंत्री भारत आ रहा है। उस वक्त पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार (Hina Rabbani Khar) ने भारत दौरे पर आई थीं। दो दिनों तक चलने वाली एससीओ बैठक गोवा में आयोजन की जा रही है।