![Delhi police Toolkit case](https://www.news15.in/wp-content/uploads/2021/02/Delhi-police-Toolkit-case-696x464.jpg)
26 जनवरी पर दिल्ली में हुई हिंसा से जुड़े टूलकिट मामले (Toolkit case) में कुछ और लोगों के भी नाम सामने आ रहे हैं (Names of other people revealed)। दिल्ली पुलिस इस मामले में पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार कर चुकी है। उसकी सहायता करने वाली मुंबई की वकील निकिता जैकब फरार चल रही है। वहीं एक और शख्स शांतनु मुलुक की भी तलाश की जा रही है। पुलिस के अनुसार, इन सबने मिलकर टूलकिट बनाया था, जिसके द्वारा किसान आंदोलन के दौरान देश की छवि खराब करने की कोशिश की गई।
दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि मामले की जांच से पता चला है कि दिशा रवि, निकिता जैकब और शांतनु मुलुक के संबंध खालिस्तान समर्थित पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीजेएफ) से हैं। इन तीनों ने इस फाउंडेशन से जुड़े मो धालीवाल के साथ जूम मिटिंग भी की थी।
दिशा रवि ने टेलीग्राम ऐप के जरिए ग्रेटा थनबर्ग को टूलकिट भेजी थी। इसी के द्वारा 26 जनवरी को हिंसा के बाद सोशल मीडिया के जरिए अफवाहें फैलाई गई थीं। ग्रेटा थनबर्ग अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, इसी तरह दिशा रवि भी भारत की जलवायु कार्यकर्ता हैं। इससे इन दोनों के बीच गहरा संबंध होने का पता चलता है। दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैम्पेन की सह संस्थापक हैं। इसी के जरिए ग्रेटा थनबर्ग ने भी दुनिया भर में पहचान बनाई थी। इस कैम्पेन के जरिए दुनिया भर में पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर मुहिम चलाई जाती है।