
दुनिया भर में किए गए एक नए सर्वेक्षण के मुताबिक एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इसके अनुसार, उन देशों में बच्चों की मौतें दिल की बीमारी (Heart diseases) से ज्यादा होती हैं, जिन देशों में लोगों की आय जरूरत से ज्यादा कम होती है। इसके अलावा जिन देशों का Socio-demographic Index बढ़ा है, वहाँ मरने वाले लोगों की संख्या में भी कमी आई है। गरीब देशों में बच्चों की जिंदगी बचाने को लेकर पूरी चिकित्सिय सेवाएंँ नहीं दी जातीं। वहीं, संपन्न देशों में बच्चे के जन्म के बाद ही उसके दिल की नियमित जाँच की जाती है, जिससे 5 साल या उससे छोटी उम्र के बच्चों को दिल की बीमारी से कुछ हद तक बचा लिया जाता है।