
देश में पिछले 24 घंटों के भीतर ‘कू’ (koo) ऐप ने 3 मिलियन डाउनलोड्स (Downloads) का रिकॉर्ड (record) बना लिया है। ऐसे में कई भारतीय उपभोक्ता अब इस देसी आत्मनिर्भर भारत ऐप का इस्तेमाल करने लगे हैं। लेकिन क्या ये सुरक्षित है? फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर के अनुसार कू ज्यादा सुरक्षित नहीं है और फिलहाल उपभोक्ताओं के कई डाटा को लीक कर रहा है। इसमें उनका ईमेल आईडी, फोन नंबर और डेट ऑफ बर्थ शामिल हैं। फ्रेंच साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर रॉबर्ट बैपटिस्ट (Baptiste) जिन्हें ट्विटर पर इलियट एंडरसन के नाम से जाना जाता है, उन्होंने कहा कि कू ऐप आपकी कई जानकारियों को लीक कर रहा है।
बैपटिस्ट तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने आधार सिस्टम में कई गड़बड़ियों का खुलासा किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि इसमें कई सुरक्षा खामियां हैं। बैपटिस्ट ने कल रात 30 मिनट तक कू ऐप का उपयोग किया। ऐप का इस्तेमाल करने के बाद उन्होंने खुलासा किया कि यह ऐप लोगों की निजी जानकारी को लीक कर रहा है। उन्होंने इसके लिए स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए, जहां कई उपभोक्ताओं का डाटा अब तक लीक हो चुका है। इस सूची में भारत सरकार के कुछ विभाग और मंत्रियों के डाटा भी शामिल हैं।