भूटान (Bhutan) के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक (Jigme Khesar Namgyel Wangchuck) सोमवार को भारत पहुंचे। चीन के साथ सीमा विवाद के बीच उनकी यह दौरा काफी अहम है। इन सबसे ऊपर भूटान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि चीन को भी डोकलाम विवाद को सुलझाने में बराबर की भूमिका निभानी चाहिए। ऐसे में भूटान के राजा के रुख पर नई दिल्ली की नजर रहेगी। इस दौरान वह दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के लिए विभिन्न नेताओं से बातचीत करेंगे। इसमें खासतौर पर आर्थिक और विकास सहयोग पर चर्चा होगी। वांगचुक के साथ भूटान के विदेश मामलों और विदेश व्यापार मंत्री टैंडी दोरजी और भूटान की शाही सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री भी होंगे। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में ‘चीन-भूटान सीमा विवाद को हल करने भारत को सबसे बड़ी रुकावट’ करार दिया है।