
कहता हैं ज्यादा चीनी का सेवन आपका मोटापा बढ़ा सकता हैं, लीवर और डायबिटीज़ जैसी समस्या को भी बढ़ा देती हैं, ऐसे मे रिफाइंड शुगर की जगह कोकोनट शुगर को लोग ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। यह एक ऐसा नेचुरल शुगर हैं जिसका बॉडी पर किसी भी तरह का कोई बुरा प्रभाव नही पड़ता। रिफाइंड शुगर को रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल कर गन्ने के रस से बनाया जाता हैं। जबकि कोकोनट शुगर अनरिफाइंड होती है और इसमें फैट की मात्रा कम होती है, मतलब साफ हैं कि साधारण चीनी के मुकाबले कोकोनट शुगर एक बेहतर विकल्प हैं।
कोकोनट शुगर बनाने को तरीका
यह कोकोनट पाम सैप से बनी नेचुरल शुगर हैं. कोकोनट पाम सैप कोकोनट प्लांट का शुगरी सर्कुलेटिंग फ्लुइड है। सिर्फ दो स्टेप औऱ कोकोनट शुगर तैयार हो जाता हैं और आख़िर में हमे भूरा औऱ दानेदार कोकोनट मिलता हैं। इसका रगं रॉ शुगर कि तरहा होता हैं। लेकिन कण के आकर आमतौर पर छोटा ही होता हैं।
- कोकोनट पाम के फूल पर एक कट बनाया जाता हैं और तरल रस को कंटेनर में इकट्ठा किया जाता हैं।
- रस को तब तक गर्म किया जाता हैं जब तक कि सारा पानी अलग ना हो जाएं।
साधारण चीनी के मुकाबले कितनी बेहतर हैं कोकोनट शुगर
सामान्य चीनी में फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है. इसमे कोई पोषण नही होता। कोकोनट शुगर में आयरन, जिंक, पोटैशियम, कैल्शियम होता हैं। इसके अलावा इसमें पॉलीफेनॉल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे फैटी एसिड्स और फाइबर भी होता हैं। यह पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं इसमें किसी तरह का केमिकल इस्तेमाल नही होता और इसमे 16 तरीके के अमीने पाए जाते हैं। यह नुकसान पँहुचे मांसपेशियों और ऊतकों को रिपेयर करने के काम आता हैं।
कोकोनट शुगर में कुछ एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारे शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कंट्रोल में रखते हैं औऱ एक अच्छा कार्डियोवस्कुलर सिस्टन बनाए रखते हैं।
NOTE:- सलह सहित यह समाग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती हैं. यह किसी तरह से चिकित्सा की राय का विकल्प नही हैं. अधिक जानकारी के लिए अपने किसी विशेषज्ञ से परामर्श करे. न्यूज 15 इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी को दावा नही करता हैं।