हाथ में गुरु पर्वत का महत्व

समुद्रशास्त्र (Samudrashatra) के अनुसार व्यक्ति के हाथ की रेखाएँ उसके बारे में बहुत कुछ कहती हैं। अगर किसी व्यक्ति के हाथ में गुरु पर्वत (Guru Parvat) अच्छा हो (मतलब उभरा हुआ हो), तो उस व्यक्ति को धन संबंधी तंगी नहीं झेलनी पड़ती है। ऐसे लोग किसी न किसी तरह से धन कमा ही लेते हैं। हथेली में गुरु पर्वत की स्थिति, प्रथम अंगुली (अंगूठे के पास वाली, जिसे तर्जनी Index Finger भी कहते हैं) के नीचे होती है। जहाँ से ये अंगुली शुरु होती है, वह गुरु पर्वत का क्षेत्र माना जाता है। हथेली का यह हिस्सा जब उठा हुआ होता है, तो समझ लेना चाहिए कि गुरु पर्वत की स्थिति अच्छी है। यह पर्वत जितना उभरा हुआ होगा, व्यक्ति उतना ही जीवन में सफल होगा। ऐसे लोग अच्छे लेखक, अधिवक्ता, नेता, प्रशासनिक अधिकारी और कुलपति भी होते हैं। ऐसे व्यक्ति हर क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता रखते हैं और इन लोगों में नेतृत्व करने की भी अद्भुत क्षमता होती है। अगर उभरे हुए स्थान पर कोई रेखा है, तो ये भी अच्छे परिणाम देती है। ऐसे लोगों को समाज में खूब सम्मान मिलता है। ऐसे व्यक्ति धर्म-कर्म में भी रुचि रखने वाले होते हैं। ऐसे लोग सब के साथ मिलकर रहने वाले होते हैं और इनका व्यक्तित्व भी प्रभावशाली होता है।