गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) हर साल कार्तिक मास (Kartik month) के शुक्ल पक्ष (Darker fortnight) की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। यग त्यौहार दिवाली के ठीक एक दिन बाद मनाया जाता है और इसके अगले दिन भाई दूज मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान गोवर्धन की पूजा की जाती है और गिरिराज जी के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण की भी पूजा करने की परंपरा है। भारत के कई राज्यों में गोवर्धन पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है।
हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का बहुत महत्व होता है। इस दिन की जाने वाली पूजा भगवान श्री कृष्ण को समर्पित होती है। गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन परिक्रमा करने की मान्यता है। इस दिन गोवर्धन भगवान को 56 भोग लगाने की भी परंपरा है। इस दिन गोवर्धन पर्वत, श्री कृष्ण के अलावा गाय माता की भी पूजा की जाती है। ऐसा करने से श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है।