
कल हाथरस पीड़िता (Hathras Victim) की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी (Death on yesterday)। इसके बाद पुलिस पीड़िता के शव को लेकर रात को हाथरस पहुंची। एंबुलेंस के वहां पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पीड़िता की मौत से खफा ग्रामीण वहीं सड़क पर ही लेट गए। इस बीच वहां मौजूद लोगों की पुलिसवालों से झड़प हो गई। परिवार वालों ने अंतिम संस्कार से पहले बेटी के आखिरी दर्शन की मांग की, जिसे पुलिस ने ठुकरा दिया। परिवार वालों की इच्छा थी कि वो अपनी बेटी का अंतिम संस्कार रीति-रिवाज के साथ कर सकें। वे लड़की के शव को अपने घर लेकर जाना चाहते थे। उनकी मांग को ठुकराते हुए पुलिसवालों ने जबरन अंधेरे में ही रात ढ़ाई बजे के करीब लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया (Forcefully funeral by police)। अंतिम संस्कार के वक्त पुलिस ने चिता की घेराबंदी कर दी, ताकि कोई भी उसके पास न जा सके।