
महाराष्ट्र के पालघर (Palghar) में हुई जूना अखाड़े के साधुओं की हत्या से देश के साधू-संत आक्रोशित हो उठे हैं। लॉकडाउन की वजह से सड़कों पर तो नहीं, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से इस हत्याकांड का विरोध हो रहा है। देश के बड़े संतों-विद्वानों में गिने जाने वाले जगद् गुरू रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी, आचार्य रामचंद्र दास ने इस घटना में शामिल अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में संतो की निर्मम हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। नर पिशाचों ने अमानवियता की हदें पार करते हुए दो संतों की निर्दयता पूर्वक हत्या की है। यह कार्य सनातन धर्म को नीचा दिखाने के लिए किया गया है। ऐसे में इन नर पिशाचों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं करने का साहस कोई ना जुटा सके और हिंदू धर्म सुरक्षित रह सके। इससे पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता स्व आनंद सिंह बिष्ट को श्रद्धांजलि दी। हो सकता है कि 3 मई के बाद लाखों की संख्या में साधू-संत महाराष्ट्र की ओर कूच करें। आचार्य रामचंद्र दास ने कहा कि जिस निर्दयता से संतों की हत्या की गई है, उससे देश के सभी संतों में आक्रोश है।