
दुनिया में ‘वायु प्रदूषण’ (Air Pollution) लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लंबे समय तक वायु प्रदूषण का सामना करने के कारण लोगों में ‘हृदय घात’ (Heart Attack) होने का खतरा बढ़ सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है। इसमें शोधकर्ताओं का कहना है कि घर से बाहर ज्यादा देर तक प्रदूषित और जहरीले वातावरण में रहने के कारण हृदय नलिकाओं में रक्त जमने के कारण रक्त संचार के कम होने का जोखिम बढ़ सकता है। नीदरलैंड (Netherland) के ‘यूट्रेक्ट विश्वविद्यालय’ (Utrecht University) के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं के एक दल ने ‘यूरोपियन स्टडी ऑफ कोहॉर्टस फॉर एयर पोल्युशन इफेक्ट्स’ (European Study of Cohorts for Air Pollution Effects – ‘ESCAPE’) में हिस्सा लेने वाले 11 समूहों पर लंबे समय तक प्रदूषित वायु में रहने और हृदय से जुड़ी बीमारियों के बीच संबंध का अध्ययन किया गया। इसमें ऐसे एक लाख लोगों को शामिल किया गया था, जिन्हें कभी भी हृदय संबंधी कोई बीमारी नहीं हुई थी। शोधकर्ताओं का कहना है कि हमारे अध्ययन में लंबी अवधि तक प्रदूषित वायु में रहने वाले लोगों में, हृदय संबंधी बीमारी के बीच कुछ न कुछ संबंध होने की बात सामने आई है।