
कुछ समय पहले देश की पहली निजी स्वामित्व (Personal ownership) वाली रेलगाड़ी ‘तेजस एक्सप्रेस’ (Tejas Express) का ‘लखनऊ-दिल्ली’ (Lucknow-Delhi) संचालन शुरु हुआ है। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ कई तरह की अफवाहें आने लगीं।कुछ दिनों पहले आई एक खबर में यह दावा किया जा रहा था कि इस निजी तेजस रेलगाड़ी का खाना खाकर कुछ लोग इतना बीमार हो गए, कि उन्हें अस्पताल के ‘आईसीयू’ (ICU) में भर्ती कराना पड़ा। जब इस दावे को खंगाला गया तो पता चला कि यह पूरी तरह से गलत है। असल में यह मामला अक्तूबर 2017 का है। उस समय गोवा से मुंबई (Goa-Mumbai) आ रही एक हाईस्पीड रेलगाड़ी ‘तेजस एक्सप्रेस’ का खाना खाकर 26 लोग बीमार हो गए थे, जिन्हें मुंबई से 250 किलोमीटर दूर चिपलून के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन किसी भी मरीज को आईसीयू (ICU) में नहीं रखा गया था। यह ‘तेजस एक्सप्रेस’ तो थी, लेकिन कोई ‘निजी’ गाड़ी नहीं थी, बल्कि ‘सरकारी’ स्वामित्व (Govt. ownership) वाली थी। इस तरह से कहा जा सकता है कि खबर में किया जा रहा दावा ठीक नहीं है और उसे गलत जानकारी के साथ सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।