
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 1 अप्रैल से करने की सिफारिश की है। साथ ही बोर्ड ने कहा कि कक्षा 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं भी जल्द आयोजित की जाएं (Examinations should also be held soon)। इस दौरान कोविड-19 से बचाव के नियमों का पूरी तरह पालन करना सुनिश्चित करने को कहा है। बोर्ड ने उसके अंतर्गत आने वाले स्कूलों को कोविड-19 के मद्देनजर छात्रों की पढ़ाई के नुकसान का पता लगाने और उसके निराकरण के कदम उठाने का निर्देश दिया है।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों को एक पत्र लिखा है। भारद्वाज ने कहा, ”इन परीक्षाओं के जरिए छात्रों की पढ़ाई को हुए नुकसान का पता लगाने में भी मदद मिलेगी, जिनको दूर करने के लिए स्कूलों द्वारा नए शैक्षणिक सत्र में कदम उठाए जा सकते हैं। इस नुकसान की भरपाई के लिए विशेष तौर पर तैयार एक ब्रिज कोर्स का सहारा लिया जा सकता है।”
सीबीएसई ने नए शैक्षणिक सत्र को 1 अप्रैल से शुरू करने की इजाजत दे दी है। इसके लिए राज्य में कोरोना की स्थिति को देखते हुए स्कूलों को फैसला लेने को कहा है। सीबीएसई के मुताबिक लगभग एक साल से स्कूल बंद होने के कारण छात्रों की पढ़ाई का खासा नुकसान हुआ है। अब छात्रों को फेस-टू-फेस कक्षाओं के लिए तैयार करना चाहिए। स्कूलों को छात्रों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। ऑनलाइन क्लास के कारण पढ़ाई में जो गैप आया है, उसे कम किया जाना चाहिए।