
आज ही के दिन 22 जुलाई 1923 को दिल्ली में पार्श्व गायक मुकेश चंद माथुर यानी मुकेश (Mukesh) का जन्म हुआ था। उन्होंने दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और पीडब्ल्यूडी में नौकरी कर ली। मुकेश ने 1948 में फिल्म निर्दोष में गायन के साथ-साथ अभिनय भी किया। वे महान गायक के.एल. सहगल के बहुत बड़े प्रशंसक थे और पहले उन्हीं की तरह गाया करते थे। बाद में नौशाद ने इससे निकलने में उनकी मदद की। उनके यादगार व बेहतरीन गानों में दुनिया बनाने वाले, आवारा हूं, कहीं दूर जब दिन ढल जाए, यह मेरा दीवानापन है, आदि शामिल हैं। 27 अगस्त 1976 को मुकेश इस दुनिया को अलविदा कह गए।