
कुछ दिन पहले मोदी सरकार ने भारत चीन विवाद के कारण भारत में टिकटॉक सहित 59 चाइनीज ऐप्स को प्रतिबंध कर दिया था। भारत सरकार ने इन ऐप्स को प्रतिबंध करने के पीछे देश की सुरक्षा का हवाला दिया था। सरकार ने ये फैसला तब लिया जब लद्दाख में चीनी सनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। इसके बाद से भारत में चीनी सामान के बहिष्कार की मांग भी उठने लगी। टिकटॉक के बैन होने के बाद इंटरनेट की दुनिया में अब ऐसे ऐप्स आ गए है जिन्हें इंस्टाल करने के बाद आपके फ़ोन से डाटा और जरुरी सूचनाएं चुराने का काम रही है। अभी हाल ही में कुछ लोगों के मोबाइल पर एक मेसेज आ रहा है, जिसमें टिकटॉक जैसे ही ऐप को डाउनलोड करने का लिंक दिया जा रहा है, इसका नाम टिकटॉक प्रो (Tik Tok Pro) बताया गया है।
उपभोक्ताओं को जो मैसेज भेजे जा रहे हैं, उनमें कहा जा रहा है, वीडियो को एंजॉय करो और दोबारा वीडियो बनाओ। अब टिकटॉक केवल (टिकटॉक प्रो) पर उपलब्ध है, तो नीचे दिए लिंक से डाउनलोड करो। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद एक एपीके फाइल डाउनलोड हो जाता है, जिसे ओपन करने पर टिकटॉक जैसा आइकन दिखाई देता है। लेकिन वो एक मैलवेयर है। ऐसे कई मैसेज को लोगों ने ट्विटर पर भी शेयर किया है। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई मैसेज आता है, तो उसके नीचे दिए गए लिंक पर गलती से भी क्लिक ना करें। इसे इंस्टॉल करने के बाद यूजर्स से स्टोरेज और कैमरा माइक्रोफोन एक्सेस तक की परमिशन मांगी जाती है। जिसका बाद में गलत इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए ऐसे किसी भी जाल में फंसने से बचें। सरकार ने अगर किसी एप पर प्रतिबंध लगाया है तो इसका मतलब यही है कि उसका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।