हिंदू परिवारों में अक्सर घर से निकलने से पहले दही खाने का चलन होता है। ये परंपरा हमारे देश में सदियों से चलती आ रही है। आज भी कई लोग किसी शुभ काम के लिए बाहर जाते हैं तो दही चीनी खाकर जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे की असली वजह क्या है। दरअसल हिंदू धर्म में दही को पांच अमृत में से एक माना गया है।
मान्यता है कि अगर हमारा मन किसी दुखी करने वाली बात में उलझा हुआ है और हम दही खा लेते हैं तो तुरंत ही मन खुश हो जाता है। दही खाने के बाद हम किसी भी कार्य को ज्यादा अच्छे से कर सकते हैं।ज्योतिष के अनुसार सफेद रंग को चंद्र का कारक माना जाता है और चंद्र को मन का कारक माना जाता है। मान्यता के अनुसार कोई भी सफेद चीज खाकर घर से बाहर किसी काम के लिए जाने पर मन एकाग्रता से उस कार्य में लगता है।
साथ ही घर से निकलते समय दही खाने से हमारे सभी नकारात्मक विचार समाप्त हो जाते हैं और हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।अक्सर लोग दही और चीनी खाकर किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करते हैं। दही में खटास होती है और शकर में मिठास। इस खट्टे-मीठे स्वाद से हमारा मन तुरंत ही दूसरे सभी बुरे विचारों से हट जाता है।