
देश की नई पीढ़ी को बेरोजगारी (Unemployment) की मार न सहनी पड़े, इसके लिए सरकार अब उन्हें पढ़ाने के साथ-साथ हुनरमंद (Skilled) भी बनाएगी। फिलहाल इसे लेकर जो बड़ी पहल की गई है, उसके तहत इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कोर्स (Engineering and Management Course) की तर्ज पर बीए, बीएससी और बीकॉम जैसे सामान्य डिग्री कोर्स में भी अब इंटर्नशिप प्रोग्राम (Internship Programme) शुरू होंगे। यह इंटर्नशिप प्रोग्राम 3 से 6 महीने तक के होंगे। इन कोर्सों की सामान्य अवधि में इंटर्नशिप से कोई बदलाव नहीं होगा, बल्कि इंटर्नशिप कोर्स के अंतिम सेमेस्टर का हिस्सा होगी। छात्रों को मिलने वाली डिग्री में इसका अलग से उल्लेख किया जाएगा। यूजीसी ने इसे लेकर गाइडलाइंस भी जारी की हैं। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को 2020-21 के शैक्षणिक सत्र से ही इंटर्नशिपयुक्त इन विशेष कोर्सों को शुरू करने की अनुमति भी दे दी गई है। रोजगारपरक शिक्षा (Employment education) को बढ़ावा देने को लेकर सरकार वैसे भी लंबे समय से काम कर रही है। किंतु हाल ही में आई नई शिक्षा नीति में जिस तरह प्रत्येक बच्चे को हुनरमंद बनाने के लिए सरकार ने अपना लक्ष्य रखा है, इसकी अहमियत और बढ़ गई है।