
कोरोना संकटकाल (Corona Crisis) के चलते सरकार अमरनाथ यात्रा (Amarnaath Yatra) को संपन्न कराने के लिए तरह-तरह के विकल्पों को तलाश कर रही है। पीएमओ में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई है। इस बैठक में जिन विकल्पों के बारे में विचार किया गया है, उनमें से एक विकल्प यह है कि केवल 500 यात्रियों को अनुमति दी जाए और यात्रा के लिए बालटाल रूट खोलने की बात भी की गई है। हालांकि इस पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। इस पर अब अगले हफ्ते तक फैसला होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके साथ सरकार 21 जुलाई से यात्रा शुरू करने पर भी विचार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक अमरनाथ यात्रा संबंधी बैठक में जितेंद्र सिंह और गृह राज्यमंत्री कृष्ण रेड्डी के अलावा गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। अमरनाथ यात्रा के साथ ही वैष्णो देवी यात्रा को खोलने पर भी विचार किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि वैष्णो देवी मंदिर 31 जुलाई तक यात्रियों के लिए बंद किया गया है। इसके बाद ही उसे खोलने पर विचार किया जा सकता है। इससे पहले स्थानीय निवासियों को दर्शन की अनुमति दी जा सकती है। वहीं अमरनाथ यात्रा पर हर साल श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु जाते हैं।