आज लॉन्च होगा आदित्य-एल1

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को सफलतापूर्वक उतारकर इतिहास रच दिया। उत्साह से लबरेज राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी आज आदित्य-एल1 (Aditya-L1) मिशन को लॉन्च करेगी। इस मिशन का उद्देश्य सूर्य का अध्ययन करना है।

आदित्य एल1 सूर्य का अध्ययन करने का एक मिशन है। इसके साथ ही इसरो ने इसे अंतरिक्ष आधारित वेधशाला श्रेणी का पहला भारतीय सौर मिशन बताया है। अंतरिक्ष यान को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित करने की योजना है जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर है। दरअसल, लैग्रेंजियन बिंदु वे होते हैं जहां दो वस्तुओं के बीच कार्य करने वाले सभी गुरुत्वाकर्षण बल एक-दूसरे को निष्प्रभावी कर देते हैं। इस वजह से एल1 बिंदु का उपयोग अंतरिक्ष यान के उड़ान भरने के लिए किया जा सकता है।