
इन दिनों पूस का महीना (month of poos) चल रहा है और मिथिला (Mithila) के क्षेत्र में हर घर में लोग नए चावल, तीसी और नए गुड़ से बने पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन बगिया का बनाते हैं। वे इसे खाते ही नहीं हैं, बल्कि छोटे बच्चों के गाल की भी इससे सिकाई करते हैं, ताकि ठंड के दिनों में बच्चों के गाल न फटे। इस रेसिपी को बनाने का सबसे सरल तरीका है कि, उबलने के लिए मध्यम आंच पर बर्तन में पानी डालें। पानी उबलने पर आंच बंद कर दें।
- चावल के आटे को एक बड़े कटोरे में गर्म पानी में मिलाएं।
- अब आटे की छोटी बॉल बना लें।
- हथेलियों के बीच के टुकड़े रखें और थोड़ा चपटा करें।
- प्रत्येक कुरकुरे आटे के बीच एक चम्मच आटा डालें और इसे उल्टा करके रखें।
- इसी तरह से सारे आटे के गोले बना लें।
- अब स्टीमर के बर्तन में पानी उबलने के लिए रख दें।
- जब पानी गर्म हो जाए तो उस पर छलनी रख दें।
- थोड़ा घी निचोड़ें और इसे चारों ओर फैलाएं ताकि बैगूट चिपक न जाए।
- इसके बाद, सभी बैगूलेट्स को एक छलनी पर रखें और इसे कवर करें।
- कम गर्मी पर, बैग्यूलेट को 8 से 10 मिनट तक भाप दें।
- आवंटित समय के बाद गर्मी बंद करें और प्लेट से एक-एक करके पकाना।
- गोल बैगिया, एक विशेष शीतकालीन पकवान, तैयार है।