देश में 10 करोड़ से भी अधिक बुजुर्ग हैं। उनकी उचित देखभाल के लिए सरकार ने कुछ नए कदम उठाए हैं। बुजुर्गों के लिए 2007 में बने कानून में बदलाव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। नए कानून के तहत जिन बुजुर्गों का कोई बेटा नहीं है, अब उनके दामाद को ही उनकी देखभाल करनी होगी। यानी अपने सास-ससुर की जिम्मेदारी अब दामाद को भी उठानी पड़ेगी। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद अब इस कानून को संसद में पास करने के लिए भेजा जाएगा।