केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो के मामले में सोमवार को पहली गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने असम से रीतम सिंह नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार व्यक्ति 31 वर्षीय रीतम सिंह असम कांग्रेस से जुड़ा हैं और पार्टी के ‘वार रूम’ संयोजक के तौर पर काम करता हैं. दिल्ली पुलिस द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सोशल मीडिया पर फैलाए गये कथित फर्जी वीडियो मामले के सिलसिले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को तलब किया है और एक मई को जांच में शामिल होने को कहा है. भारतीय जनता पार्टी शासित कुछ राज्यों में भी मामले पर कार्रवाई करते हुए पहली गिरफ्तारी असम से की है. इस मामले में 28 मार्च को दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया था. इसके बाद 29 मार्च को बीजेपी की तेलंगाना यूनिट की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने तेलंगानाप्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के खिलाफ केस दर्ज किया है. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने रेड्डी समेत कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के पांच सदस्यों को नोटिस भेजा है. सूत्रो द्वारा बताया गया कि दिल्ली पुलिस की एक टीम ने सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय को एक नोटिस सौंपा. ये भी बताया गया कि रेवंत रेड्डी को पूछताछ के दौरान अपना मोबाइल फोन साथ में लाने को कहा गया है जिसका कथित फर्जी वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करने में इस्तेमाल किया गया था. कर्नाटक के सेडम में कांग्रेस की एक चुनावी रैली को संबोधित करते समय मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि ऐसे नोटिस से यहां कोई नहीं डरता. रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव जीतने के लिए दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं.