आज नाग पंचमी

शास्त्रों में नाग पंचमी का विशेष महत्व बताया गया है। साथ ही ये त्यौहार पूरे देश में मनाया जाता है। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही नागों को दूध से नहलाया जाता है। वहीं इस दिन लोग नागों की प्रतीकात्मक तस्वीरें बनाकर पूजा करते हैं।

ऐसा माना जाता है कि अगर आप नागों की पूजा करते हैं तो भगवान शिव आपकी सभी मनोकामनाएँ पूरी करते है। साथ ही ज्योतिषि के दृष्टि से देखा जाए तो इस दिन कालसर्प दोष की पूजन किया जाता है। यानि जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष और राहु दोष होता है, वे इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करते हैं। सावन माह में दो नागपंचमी तिथियाँ आती है। एक शुक्ल पक्ष और एक कृष्ण पक्ष, वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष नाग पंचमी का त्यौहार 7 जुलाई को मनाया जाएगा।

राहु और काल सर्प दोष के लिए करें ये काम पंडित राम कुमार शास्त्री शिव मंदिर ढाकोली ने बताया कि जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है उन्हें नागपंचमी के दिन शिवलिंग पर नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाना चाहिए, इससे दोष नष्ट हो जाता है।