
हिंदू धर्म (Hindu Religion) में गुरु-शिष्य (guru-shishya) की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। जिसका पालन आज तक हर उम्र के शिष्य कर रहे हैं। गुरु पूर्णिमा का पर्व हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी पूर्णिमा पर महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। महर्षि वेदव्यास को चारों वेदों का ज्ञाता माना जाता है। उन्होंने ही सर्वप्रथम चारों वेदों का ज्ञान मानव जाति को प्रदान किया था। यही कारण है कि महर्षि वेद व्यास को प्रथम गुरु की उपाधि मिली। इस वर्ष गुरु पूर्णिमा का पर्व आज यानी 3 जुलाई 2023 दिन सोमवार को मनाया जा रहा है।