
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) की जांच कर रही एसटीएफ (STF) और प्रयागराज पुलिस को इस मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अतीक के गुर्गे अतिन जफ़र (Atin Zafar) को गिरफ्तार कर लिया है। जाँच में सामने आया है कि असद और उसके साथियों में उमेश पाल की हत्या को अंजाम देने की पूरी तैयारी कर ली थी। जांच में सामने आया था कि इस हत्याकांड में असद का नाम कहीं थी सामने ना आए। इसके लिए असद की पहचान की छिपाने का भी इंतजाम किया था। घटना के दौरान असद का कोई चेहरा न देख ले, इसके लिए मंकी कैप भी मंगाई गई थी।
पूरे हत्याकांड में असद को बचाने के लिए प्लान तैयार किया गया था। उमेश पाल की हत्या करने से पहले असद ने अपना फोन और एटीएम अपने करीबी अतिन को दे दिया था। प्लानिंग की गई थी कि जिस समय उमेश पाल की हत्या होगी, उसी समय अतिन किसी एटीएम पर असद के एटीएम कार्ड से पैसे निकालेगा। अतिन ने प्लानिंग के तहत ऐसा ही किया। हत्या के वक्त उसने एटीएम से पैसे भी निकाले थे। उस एटीएम का सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है। बताया जा रहा है कि अतिन घटना के बाद तेलंगाना भाग गया था। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। तेलंगाना में अतिन अपने चाचा के पास पहुंचा। वह उसे अपने साले के घर हैदराबाद (Hyderabad) ले गए। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।