राष्ट्रपति मुर्मू को दी गई 21 तोपों की सलामी 

राष्ट्रीय राजधानी (National Capital) में पुनर्निर्मित कर्तव्य पथ पर पहली बार 74वें गणतंत्र दिवस मनाया गया। ब्रिटिश काल से ‘राजपथ’ के नाम से जानी जाने वाली सड़क का नाम बदल कर कार्तव्य पथ कर दिया गया, जो भारत की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पिछले साल कर्तव्य पथ का अनावरण किया था, जिसे पहले राष्ट्रीय राजधानी में इंडिया गेट (India Gate) के पास राजपथ के रूप में जाना जाता था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ से शुरू हुए गणतंत्र दिवस समारोह का नेतृत्व किया। पहली बार, महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) को कर्तव्य पथ परेड के दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई, जिसमें ब्रिटिश निर्मित 25-पाउंडर बंदूकों की जगह 105 मिमी भारतीय फील्ड बंदूकें शामिल रहीं।

कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह अल खारासावी के नेतृत्व में मिस्र के सशस्त्र बलों का एक संयुक्त बैंड और मार्चिंग दल पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च कर रहा है। दल में 144 सैनिक शामिल है, जो मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।