जोशीमठ में 600 घरों को खाली कराकर करीब 4,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया

उत्तराखंड (Uttarakhand) का जोशीमठ (Joshimath) शहर धीरे-धीरे जमीन के अंदर धंसता जा रहा है। यहाँ के लोग काफी डरे हुए हैं। घरों, मंदिरों, अस्पतालों, सेना के इमारतों और यहाँ तक कि सड़कों में भी दरारें आ गईं हैं। धीरे-धीरे यह सब जमीन के अंदर समाता जा रहा है। इस खतरे को देखते हुए सैटेलाइट के जरिए सर्वे किया गया। साथ ही सैटेलाइट से टूटे मकानों पर नजर रखी जा रही है। जानकारी के मुताबिक, 600 घरों को खाली कराकर करीब 4,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया है। शहर के जो भी मकान असुरक्षित हैं, उन्हें तोड़ने का काम आज से शुरू हो जाएगा।

जिला प्रशासन ने डूबते शहर में 200 से अधिक घरों पर रेड क्रॉस के निशान लगा दिए हैं, जो रहने के लिए बेहद असुरक्षित हैं। इन असुरक्षित घरों में रहने वाले लोगों को दूसरी जगह सुरक्षित स्थान में शिफ्ट किया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने अगले छह महीनों के लिए 4,000 रुपये प्रति माह की सहायता देना की घोषणा की है।