साल की आखिरी एकादशी आज

हिंदू धर्म (Hindu Religion) में एकादशी (Ekadashi) का विशेष महत्व है। हर माहिने में दो एकादशी के व्रत होते हैं। इस प्रकार एक वर्ष में 24 एकादशियाँ आती हैं और प्रत्येक एकादशी का अपना एक विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानि 19 दिसंबर को पौष माह यानि पूस की एकादशी ​है, जिसे सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) के नाम से भी जाना जाता है। यह साल 2022 की आखिरी एकादशी है और इस व्रत को करने से भक्तों को पापों से मुक्ति मिलती है।

आपको बता दें कि एकादशी सुबह 3 बजकर 32 मिनट पर प्रारंभ हो गई है और इसका समापन कल यानि 20 दिसंबर को सुबह 2 बजकर 32 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार सफला एकादशी का व्रत 19 दिसंबर यानि आज रखा जाएगा। पूजा के लिए शुभ मुर्हूत सुबह 8 बजकर 5 मिनट से लेकर 9 बजकर 13 मिनट तक है। इसके अलावा सुबह 11 बजकर 58 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा, जो कि पूजा के लिए शुभ माना जाता है।