
राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के कई हिस्सों से मानसून की वापसी हो गई है। मौसम विभाग की ओर से गुरुवार को मानसून के वापसी की आधिकारिक घोषणा कर दी गई। हालांकि, इस सीजन में दिल्ली में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। राजधानी दिल्ली में इस बार मानसून के आंकड़े मिले-जुले रहे हैं। खासतौर पर जून और अगस्त के महीने में सामान्य से कम बारिश हुई। जबकि, जुलाई और सितंबर के महीने में कम दिनों में ज्यादा बारिश हुई।
इस तरह से बारिश के आंकड़े तो पूरे हो गए लेकिन कम दिनों में हुई इस बारिश के चलते लोगों को ज्यादा उमस और गर्मी का सामना करना पड़ा हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, जून से लेकर 29 सितंबर तक सामान्य तौर पर पूरी दिल्ली में 544 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए। लेकिन, इस सीजन में 451.4 मिलीमीटर बारिश ही हुई। इस प्रकार बारिश का आंकड़ा सामान्य से 17 फीसदी कम रहा।
दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में गुरुवार सुबह से ही धूप रही जो दिन चढ़ने के साथ तेज हो गई। सफदरजंग में अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस समय का सामान्य तापमान है। आर्द्रता का स्तर 93 से 51 फीसदी रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिन धूप निकली रहेगी और बीच-बीच में हल्के बादलों की आवाजाही रहेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान में हल्का इजाफा होगा।
मौसम के अलग-अलग कारकों की वजह से दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार साफ-सुथरी बनी हुई है। गुरुवार दिन में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 151 के अंक पर रहा। बता दें कि 0 से 50 अंक को अच्छी, 51 से 100 तक संतोषजनक, 100 से 200 तक के वायु स्तर को मध्यम, 200 से 300 तक को खराब और 300 से 400 तक को बहुत खराब माना जाता है। 400 से 500 अंक तक की वायु गुणवत्ता को खतरनाक श्रेणी में रखा जाता है।
मौसम विभाग ने बताया कि एनसीआर में अगले सप्ताह बारिश की संभावना बनी हुई है,हलांकि दिल्ली से मानसून की विदाई हो चुकी है।