
कांग्रेस सांसद (Congress MP) कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। हाल ही में चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने के मामले में कार्ति के चार्टर्ड एकाउंटेंट भास्कर रमण (Chartered Accountant Bhaskar Raman) को प्रवर्तन निदेशालय (Ed) ने गिरफ्तार किया था। जिससे पूछताछ के बाद अब कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि पी. चिदंबरम लगातार इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। साथ ही उन्होंने केंद्र को चेतावनी दी थी कि वो इन आरोपों से डरने वाले नहीं हैं।
आपको बता दें कि, ये साला मामला 2011 का है, उस वक्त केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और पी. चिदंबरम गृहमंत्री थे। उसी वक्त पंजाब में एक बिजली कंपनी में काम करने के लिए 250 चीनियों को वीजा जारी किया गया। इसमें नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ, क्योंकि ये वीजा एक महीने के अंदर जारी हुआ, जो तय सीमा से ज्यादा था। इसके बाद सीबीआई की जांच में पता चला कि चेन्नई में एक शख्स से मुलाकात के बाद ये वीजा जारी हुए थे। इसके बाद कार्ति पर नाम इस घोटाले में सामने आया। आरोप है कि उनके पिता गृहमंत्री थे, ऐसे में उन्होंने नियम के खिलाफ वीजा जारी करवाया।